Wednesday, January 13, 2010

खबर पक्की है...?

हो सकता है आपको अभी इस खबर पर भरोसा न हो.. लेकिन जो खबरें छनकर बाहर आ रही है उसके मुताबिक
बिहार जनता दल यू में विभाजन के संकेत मिल रहे हैं। दो जिस्म और एक जान कहे जाने वाले नीतीश और ललन सिंह के बीच इन दिनों पटरी नहीं बैठ रही। बिहार से जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक ललन सिंह और नीतीश कुमार के बीच
इन दिनों छत्तीस का रिश्ता बन गया है। दोनों में बातें भी नहीं हो रही है। नीतीश जहां जहां सभा करने जा रहे हैं वहां प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह साथ नहीं जा रहे... जा भी रहे हैं तो नीतीश के आने से पहले ही वहां से निकल जा रहे हैं.. दोनों नेता
एक-दूसरे के आमने-सामने नहीं आ रहे। खबर तो ये भी है कि ललन सिंह अपने खेमे के साथ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं... पिछले साल हुए विधानसभा उपचुनाव के बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तीन सांसदों को जेडीयू ने निकाल दिया था। इन तीनों सांसदों के साथ बाइस सांसदों वाली इस पार्टी के एक दर्जन सांसद अभी नीतीश के खिलाफ खड़े हैं..सूत्र बताते हैं कि विद्रोही एक दर्जन सांसद इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं... सूत्रों के मुताबिक ललन सिंह की राहुल गांधी के साथ कई दौर की बातचीत हो चुकी है। ललन सिंह की राजनीतिक पहचान नीतीश कुमार के साथ आने के चलते हुई थी। जेडीयू में ललन सिंह के विकल्प के रूप में भूमिहार नेता की तलाश भी तेज हो गई है।
जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार को जेडीयू में लाने की मुहिम चल रही है। अरुण कुमार अभी नीतिगत रूप से लोजपा में हैं.. अरुण कुमार पहले भी जेडीयू में रह चुके हैं... जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार बिहार युवा समता (अब जेडीयू) के अध्यक्ष रह चुके हैं...हाल के दिनों में नीतीश के पुराने सेनापती उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में वापसी भी हुई है... कहा जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा की वापसी ललन सिंह की मर्जी के खिलाफ हुई है...महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह भी
खुलकर नीतीश के खिलाफ में खड़े हैं...एक बात यहां साफ करना जरूरी होगा कि ये खबर पार्टी के कुछ नेताओं से हुई बातचीत के आधार पर लिखी जा रही है। इस खबर पर नीतीश कुमार या फिर ललन सिंह की कोई प्रतिक्रिया अभी सामने नहीं आई है। अगर इस खबर में सच्चाई है तो आने वाले कुछ दिनों के लिए बिहार की राजनीति में खासी सरगर्मी रहेगी। हमें भी इस खबर की पुष्टि का इंतजार है।

1 comment:

nripendra said...

सर आप कब बन रहे हैं प्रदेश महासचिव जेडीयू, आखिरकार आपकी खबर पक्की हो रही है