पश्चिमी चंपारण जिले की वाल्मिकी
नगर लोकसभा सीट से जेडीयू ने अपने वर्तमान सांसद वैद्यनाथ प्रसाद को फिर से टिकट
दिया है । वैद्यनाथ प्रसाद कोइरी जाति के हैं। पहली बार नौतन से विधायक का चुनाव
जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। 2009 में पहली बार सांसद बने।
सतीश
दुबे को बीजेपी से टिकट मिला है। ब्राह्मण जाति के सतीश नरकटियागंज से बीजेपी के
विधायक हैं । फायर ब्रांड हिंदूवादी नेता की छवि है। 2005 में बीजेपी के टिकट पर विधायक बने
। पहले शिवसेना में थे ।(चंद्रमोहन राय, आरएस पांडेय, दिलीप वर्मा जैसे दिग्गज नेताओं
को पीछे छोड़ टिकट लेने में कामयाब रहे)
कांग्रेस के पूर्णमासी राम गोपालगंज से सांसद है । पहले बगहा से विधायक चुने जाते थे । लालू-राबडी
सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री हुआ करते थे । 2009 में गोपालगंज से जेडीयू ने टिकट
दिया और गोपालगंज सुरक्षित सीट से जीत गए । जेडीयू से निकलने के बाद आरजेडी में
जाना चाह रहे थे लेकिन कांग्रेस में चले गए और वाल्मीकि नगर से टिकट मिल गया .
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रघुनाथ झा |
पश्चिमी
चंपारण यानी बेतिया सीट से बीजेपी ने पेशे से डॉक्टर संजय जायसवाल को फिर से टिकट
दिया है। संजय जायसवाल के पिता प्रकाश जायसवाल भी यहां से सांसद हुआ करते थे।
प्रकाश के निधन के बाद संजय इस सीट से सांसद बने।
आरजेडी
ने मैथिल ब्राह्मण जाति के रघुनाथ झा को टिकट दिया है । यहां से एक बार लालू की
पार्टी से रघुनाथ झा सांसद रह चुके हैं । शिवहर के रहने वाले रघुनाथ झा 27 साल तक शिवहर से विधायक थे ।बिहार
में सरकार किसी की भी हो रघुनाथ झा मंत्री जरूर रहते थे । दल बदल का इनका अपना रिकॉर्ड है ।
कांग्रेस से करियर की शुरुआत की. जनता दल, समाजवादी जनता पार्टी, आरजेडी, समता पार्टी, जेडीयू में रह चुके हैं । 1999 में गोपालगंज सीट से पहली बार
लोकसभा चुनाव जीते थे । 2004 में बेतिया से एमपी बने और केंद्र
में मंत्री बने । 2009 में वाल्मिकी नगर से हार गये थे ।
जेडीयू
ने फिल्मकार प्रकाश झा को टिकट दिया है । गंगाजल, अपहरण, राजनीति जैसी फिल्में बनाने वाले
प्रकाश झा पिछली बार इसी सीट से एलजेपी के उम्मीदवार थे । 2009 में नहीं जीते इस बार नीतीश ने
टिकट दिया है । प्रकाश झा भी मैथिल ब्राह्मण हैं ।
पूर्वी
चंपारण यानी मोतिहारी लोकसभा सीट से बीजेपी ने राधा मोहन सिंह को फिर से टिकट दिया
है । 1989 में पहली बार इस सीट से बीजेपी के
टिकट पर चुने गए । बिहार में बीजेपी को स्थापित करने वाले नेताओं में से एक हैं ।
राजपूत जाति के राधामोहन छात्र राजनीति से ही संघ से जुड़े हैं । 4 बार के सांसद राधामोहन अभी बीजेपी
अनुशासन समिति के अध्यक्ष हैं ।
आरेजेडी
ने विनोद कुमार श्रीवास्तव को टिकट दिया है। विनोद लालू के पीए हैं। लालू की गैरमौजूदगी में दिल्ली में उनका काम विनोद ही देखते
हैं। कायस्थ जाति के हैं। मोतिहारी में कायस्थ वोटरों की संख्या न के बराबर है
लेकिन लालू ने रिस्क लिया है ।
जेडीयू
ने अवनीश कुमार सिंह को टिकट दिया है । भूमिहार जाति के अवनीश बीजेपी के विधायक थे
। उस जमाने से बीजेपी में थे जब बिहार में बीजेपी की कोई पहचान नहीं थी । लेकिन
राजनीतिक महत्वकांक्षा ने उन्हें बीजेपी से दूर कर दिया । पहले ढाका विधानसभा सीट
से विधायक होते थे जहां उत्तर बिहार में मुस्लिमों की संख्या सबसे ज्यादा है । 2010 में इस सीट का नाम चिरैया हो गया
था ।
शिवहर
सीट से बीजेपी ने रमा देवी को फिर से टिकट दिया है । वैश्य जाति की रमा देवी 2009 में बीजेपी में शामिल हुई और
लोकसभा का टिकट पाकर चुनाव जीत गईं । रमा देवी पहले आरजेडी में रह चुकी हैं और
बाहुबली नेता रहे बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी हैं जिनकी पीएमसीएच में हत्या कर दी
गई थी ।
आरजेडी
ने अनवारुल हक को टिकट दिया है । अनवारुल हक एक बार शिवहर से ही सांसद रह चुके हैं
। 2004 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े
और हार गये थे । 2009 में बीएसपी के टिकट पर लड़के दूसरे नंबर
पर रहे । अनवारुल की छवि बाहुबली नेता की है । 2004 में स्टिंग ऑपरेशन को लेकर
विवादों में रहे ।
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आनंद मोहन के साथ लवली |
जेडीयू
ने शाहिद अली खान को उम्मीदवार बनाया है । शाहिद अली खान बिहार में अल्पसंख्यक
कल्याण मंत्री हैं और पहले लालू के साथ भी रह चुके हैं । अभी सीतामढ़ी के सुरसंड से
विधायक हैं । पिछले दिनों शाहिद अली खान पर आतंकियों से रिश्ता रखने के आरोप लगे
थे जिसके बाद वो विवादों मे रहे । हालांकि नीतीश ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी ।
समाजवादी
पार्टी से लवली आनंद मैदान में हैं । बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली 1994 में वैशाली से बिहार पीपुल्स
पार्टी के टिकट पर सांसद रह चुकी हैं । राजपूत जाति के वोटरों पर लवली की अच्छी
पकड़ है । पिछली बार कांग्रेस से लड़ी और हार गई ।
जगत जननी
मां सीता की जन्म धरती सीतामढी से जेडीयू ने सांसद अर्जुन राय को फिर से उतारा है
। औराई के रहने वाले यादव जाति के अर्जुन राय पहले बिहार में मंत्री थे । शरद यादव
के करीबी रहे हैं । बिहार यूनिर्विसिटी में छात्र आरजेडी के अध्यक्ष हुआ करते थे ।
छात्र राजनीति करते हुए ही विधायक बने फिर सांसद ।
आरेजेडी
ने पूर्व सांसद सीताराम यादव को उतारा है । यादव जाति के वोटरों पर पकड़ मानी जाती
है । लेकिन जीत का समीकरण इनके पक्ष में नहीं दिखता ।
एनडीए ने
ये सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समता पार्टी को दी है ।
अभी उम्मीदवार का एलान नहीं हुआ है ।
मुजफ्फऱपुर
से आरजेडी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश सिंह को टिकट दिया है । अखिलेश सिंह
भूमिहार जाति के हैं । बिहार के अरवल के रहने वाले अखिलेश सिंह लालू के करीबी हुआ
करते थे । 2004 में मोतिहारी से जीतकर सांसद बने और
केंद्र में मंत्री भी । 2009 में कांग्रेस में गए और इस बार
कांग्रेस के टिकट पर पड़ोस की मुजफ्फऱपुर सीट से लड़ रहे हैं ।
बीजेपी
ने अजय निषाद को टिकट दिया है । अजय पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जयनाराय़ण निषाद
के बेटे हैं । मल्लाह जाति के अजय की कोई अपनी राजनीतिक पहचान नहीं है । पिता के
दम पर मैदान में हैं । हाजीपुर के रहने वाले कैप्टन
निषाद 1996 में पहली बार सांसद बने थे । अभी
जेडीयू में थे लेकिन पिछले महीने उन्हें पार्टी ने निकाल दिया था । बेटे को टिकट
दिलाने की शर्त के साथ बीजेपी में गए ।
जेडीयू
ने विजेंद्र चौधरी को टिकट दिया है । जो पिछले महीने तक लोकजनशक्ति पार्टी में थे
। एलजेपी का बीजेपी से समझौता हुआ और लोकसभा लड़ने की मंशा अधूरी रह गई । इसके बाद
पार्टी बदलकर जेडीयू में चले गए। वैश्य
जाति के विजेंद्र चौधरी 1995 में पहली बार लालू की पार्टी से
मुजफ्फऱपुर शहर से विधायक बने । 2010 तक इस सीट से विधायक का चुनाव
जीतते रहे ।
वैशाली
सीट से आरजेडी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह को उतारा है । रघुवंश
सिंह राजपूत जाति के हैं । 1996 से जीतते आ रहे हैं । सीतामढ़ी के
कॉलेज में गणित के प्रोफेसर थे । सांसद बनने से पहले बेलसंड से विधायक हुआ करते थे
। मूल रूप से वैशाली के ही रहने वाले हैं ।
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रामा सिंह |
एलजेपी
ने रामा सिंह को टिकट दिया है । राजपूत जाति के रामा सिंह बाहुबली नेता हैं ।
वैशाली जिले के महनार से विधायक रह चुके हैं । 2010 में हार गये थे ।
जेडीयू
ने विजय सहनी को उतारा है । विजय सहनी मल्लाह जाति के हैं और कैप्टन जयनाराय़ण
निषाद के रिश्तेदार हैं । जिले की
लालगंज सीट से जेडीयू की विधायक अन्नू शुक्ला भी
निर्दलीय मैदान में है । अन्नू, मुन्ना शुक्ला की पत्नी हैं और भूमिहार जाति की हैं । इस सीट
पर भूमिहार, राजपूत, मल्लाह, यादव वोटर सबसे ज्यादा हैं ।
हाजीपुर
सुरक्षित सीट से रामविलास पासवान एलजेपी के उम्मीदवार हैं । 2009 का चुनाव छोड़कर पासवान कभी नहीं
हारे थे । 2009 में पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास ने 88 साल की उम्र में जेडीयू से लड़कर
पासवान को हरा दिया । 25 साल में सांसद बने पासवान दुसाध
जाति के हैं और रेल मंत्री रह चुके हैं ।
जेडीयू
ने 93 साल के वयोवृद्ध नेता रामसुदंर
दास को उतारा है । रामसुंदर दास बिहार के मुख्यमंत्री थे । लालू के उदय के बाद
राजनीति के हाशिये पर चल रहे थे । लेकिन 2009 में नीतीश ने दास पर दांव लगाया
और वो जीत गये । लोकसभा में पार्टी संसदीय दल के नेता हैं ।
कांग्रेस
ने पूर्व मंत्री संजीव प्रसाद टोनी को टिकट दिया है। बिहार कांग्रेस के उपाध्यक्ष
हैं। 1980,
85, 90 में फुलवारीशरीफ से विधायक का चुनाव जीते । पिछला विधानसभा चुनाव हार
गये थे ।
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